शिवपुरी।आज सिख समुदाय के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी पर्व था।बताया जाता है कि गुरुद्वारा शिवपुरी में परसो से अख...
शिवपुरी।आज सिख समुदाय के पांचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी का शहीदी पर्व था।बताया जाता है कि गुरुद्वारा शिवपुरी में परसो से अखंड पाठ रखा गया जिसकी समाप्ति आज सुबह हुई पाठ कि समाप्ति के बाद गुरुद्वारा शिवपुरी में कीर्तन दरबार सजाये गए उसके बाद लंगर भी बांटा गया साथ ही गुरुद्वारा शिवपुरी के बाहर सिख समुदाय द्वारा टैंट लगा कर मीठा शरबत बांटा आते जाते लोगो को मीठा शरबत बांटा गया।
गुरु अर्जन देव जी के बारे में-
गुरु अरजन जी सिख धर्म के पांचवे गुरु हैं। गुरु अरजन जी का जन्म अप्रैल 1563 को हुआ और इनकी मृत्यु मई 1606 में हुई। गुरु अरजन जी, गुरु रामदास के सबसे छोटे पुत्र थे। गुरु अरजन देव जी पहले सिख गुरु थे जो शहीद हुए थे। सिख धर्म में इन्हें शहीदों का सरताज कहा जाता है।
जानिए गुरु अर्जन देव जी ने शहीदी कैसे प्राप्त की-
अकबर की मौत के बाद उसका पुत्र जहांगीर बादशाह बना। वह गुरु जी की बढ़ती लोकप्रियता को पसंद नहीं करता था। उसे यह बात पसंद नहीं आई कि गुरु जी ने उसके भाई खुसरो की मदद की। उसने गुरु जी को शहीद करने का फैसला कर लिया। श्री गुरु अर्जुन देव जी को लाहौर में 30 मई, 1606 ई. को भीषण गर्मी के दौरान लोहे के गर्म तवे पर बैठाकर शहीद कर दिया गया। गुरु जी के शीश पर गर्म रेत डाली गई। गुरुजी के सारे शरीर पर फफोले निकल आए और ऐसी अवस्था में गुरुजी को लोहे की जंजीरों में बांधकर रावी नदी में फिंकवा दिया गया।
गुरु जी के शहीदी दिवस पर जगह-जगह ठंडे-मीठे पानी का शरबत लोगों को पिलाया जाता है। यह इस बात का प्रतीक है कि कोई भी व्यक्ति किसी अन्य व्यक्ति को कभी भी प्यासा न रखे। उसे यातनाएं न दे।
COMMENTS