नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद दूसरी बार देश के सत्ता संभालने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने पहले विदेश दौरे पर रवाना हो गए हैं। ...
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव के बाद दूसरी बार देश के सत्ता संभालने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज अपने पहले विदेश दौरे पर रवाना हो गए हैं। मोदी के इस दौरे पर वो मालदीव की संसद को संबोधित करेंगे वहीं मालदीव के प्रधानमंत्री सोलिह ने ऐलान किया है कि मोदी मालदीव का सर्वोच्च सम्मान "ऑर्डर ऑफ निशानिज्जुद्दीन" दिया जाएगा।
मालदीव जाने से पहले पीएम मोदी शुक्रवार रात कोच्चि पहुंचे। मोदी का यह दौरा सरकार की नेबर्स फर्स्ट नीति का संदेश देने वाला होगा। इस दौरान मोदी मालदीव्स में कईं सौगातें दे सकते हैं।
विदेश सचिव विजय गोखले के अनुसार अपने दौरे पर प्रधानमंत्री मालदीव्स में अब्रहिम सोलिह के अलावा वहां के उपराष्ट्रपति फैसल नसीम और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा मोदी और सोलिह मिलकर कोस्टल सर्विलांस राडार का शुभारंभ कर सकते हैं।
अपने विदेश दौरे से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी शनिवार से शुरू हो रही मालदीव और श्रीलंका की यात्रा भारत की "पड़ोस प्रथम" नीति की महत्ता को दर्शाती है। इस यात्रा से समुद्र से घिरे इन दोनों देशों के साथ भारत के संबंध और मजबूत होंगे।
प्रधानमंत्री शनिवार को पहले मालदीव और उसके बाद रविवार को श्रीलंका जाएंगे। माना जा रहा है कि मालदीव उन्हें अपने प्रतिष्ठित सम्मान "ऑर्डर ऑफ निशानिज्जुद्दीन" से सम्मानित करेगा। राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल में मालदीव-भारत रिश्तों में खटास आ गई थी, लेकिन इब्राहिम सोलिह के राष्ट्रपति बनने के बाद रिश्तों में फिर सुधार हुआ है। मोदी मालदीव की संसद को भी संबोधित करेंगे। साथ ही राष्ट्रपति सोलिह के साथ दो रक्षा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
यात्रा पूर्व बयान में प्रधानमंत्री ने श्रीलंका के संबंध में कहा, "भारत के लोग पूरी तरह श्रीलंका के लोगों के साथ है जिन्होंने ईस्टर पर भयानक आतंकी हमलों की गहरी पीड़ा और विनाश झेला है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम श्रीलंका का पूरा समर्थन करते हैं।" इन आतंकी हमलों के बाद श्रीलंका जाने वाले मोदी पहले राष्ट्र प्रमुख हैं।
मालदीव जाने से पहले पीएम मोदी शुक्रवार रात कोच्चि पहुंचे। मोदी का यह दौरा सरकार की नेबर्स फर्स्ट नीति का संदेश देने वाला होगा। इस दौरान मोदी मालदीव्स में कईं सौगातें दे सकते हैं।
विदेश सचिव विजय गोखले के अनुसार अपने दौरे पर प्रधानमंत्री मालदीव्स में अब्रहिम सोलिह के अलावा वहां के उपराष्ट्रपति फैसल नसीम और पूर्व राष्ट्रपति मोहम्मद नशीद से मुलाकात करेंगे। इसके अलावा मोदी और सोलिह मिलकर कोस्टल सर्विलांस राडार का शुभारंभ कर सकते हैं।
अपने विदेश दौरे से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी शनिवार से शुरू हो रही मालदीव और श्रीलंका की यात्रा भारत की "पड़ोस प्रथम" नीति की महत्ता को दर्शाती है। इस यात्रा से समुद्र से घिरे इन दोनों देशों के साथ भारत के संबंध और मजबूत होंगे।
प्रधानमंत्री शनिवार को पहले मालदीव और उसके बाद रविवार को श्रीलंका जाएंगे। माना जा रहा है कि मालदीव उन्हें अपने प्रतिष्ठित सम्मान "ऑर्डर ऑफ निशानिज्जुद्दीन" से सम्मानित करेगा। राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन के कार्यकाल में मालदीव-भारत रिश्तों में खटास आ गई थी, लेकिन इब्राहिम सोलिह के राष्ट्रपति बनने के बाद रिश्तों में फिर सुधार हुआ है। मोदी मालदीव की संसद को भी संबोधित करेंगे। साथ ही राष्ट्रपति सोलिह के साथ दो रक्षा परियोजनाओं का उद्घाटन करेंगे।
यात्रा पूर्व बयान में प्रधानमंत्री ने श्रीलंका के संबंध में कहा, "भारत के लोग पूरी तरह श्रीलंका के लोगों के साथ है जिन्होंने ईस्टर पर भयानक आतंकी हमलों की गहरी पीड़ा और विनाश झेला है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में हम श्रीलंका का पूरा समर्थन करते हैं।" इन आतंकी हमलों के बाद श्रीलंका जाने वाले मोदी पहले राष्ट्र प्रमुख हैं।
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