आज विश्व गौरैया दिवस है गोरैया ऐसे पक्षियां है जो जंगलों में नहीं बल्कि शहरी क्षेत्रों में अपना बसेरा बनाती हैं परंतु आजकल शहरों...
आज विश्व गौरैया दिवस है गोरैया ऐसे पक्षियां है जो जंगलों में नहीं बल्कि शहरी क्षेत्रों में अपना बसेरा बनाती हैं परंतु आजकल शहरों में लोग अपने घरों में स्पेस ना होने की वजह से पेड़ पौधे नहीं लगाते पूरे एरिया पर घर बनाते हैं जिससे इन पक्षियों को रहने में अपना घोंसला बनाने में असुविधा हो रही है वे अपना आसरा बनाए तो कहां बनाएं। इसी अपनत्व की भावना के चलते आज उड़ान वेलफेयर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने शपथ लिया कि हम गौरैया को बचाने के लिए सारे प्रयास करेंगे और अपने आस-पड़ोस के लोगों को भी जागरूक करेंगे। इसमें संस्था के अध्यक्ष सीता पाणीग्राही का कहना था कि घरों को अपनी चीं चीं से चहकाने वाली गौरैया अब दिखाई नहीं देती इस छोटे आकार वाले खूबसूरत पक्षी का कभी इंसान के घरों में बसेरा हुआ करता था और बच्चे बचपन से इसे देखते बड़े हुआ करते थे। अब स्थिति बदल गई है ।गौरैया के अस्तित्व पर छाए संकट के बादलों ने इनकी संख्या काफी कम कर दी है और कहीं-कहीं तो अब यह बिल्कुल दिखाई नहीं देती। हम इन प्रजातियों को बचाने के लिए एक छोटी सी पहल कर सकते हैं अपने घरों पर आर्टिफिशियल घोंसला बनाकर रख सकते हैं और उनके लिए "थोड़ा सा दाना ,थोड़ा सा पानी" रख सकते हैं।इसमें रेनू गुप्ता अलका गॉड पूजा श्रीवास्तव संगीता चौहान नेहा भटनागर सोनल शर्मा रति विशोई आकांक्षा श्रीवास्तव अर्चना गोयल आदि उपस्थित रहीं।
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